Parts of CPU and their Functions - सीपीयू के अन्दरूनी भाग
Parts of CPU and their Functions - सीपीयू के अन्दरूनी भाग
Parts of CPU and their Functions - सीपीयू के अन्दरूनी भाग
यह कंप्यूटर का एक ऐसा हिस्सा है जो कंप्यूटर प्रोग्राम में दी गई हर जानकारी को जैसे की अरिथमेटिक ( arithmetic ), लॉजिक ( logic ) या और कोई अन्य जानकारी को ऑपरेट करता है. ज्यादातर CPU का अर्थ सिर्फ प्रोसेसिंग डिवाइस से किया जाता है और इसे एक प्रोसेसिंग यूनिट (processing unit ) बताया जाता है.
CPU कंप्यूटर सॉफ्टवेर और हार्डवेयर में की गई व्याख्या और उसके कार्यान्वन के लिए जिम्मेदार होता है. समय के साथ साथ कंप्यूटर का साइज़ भी छोटा होता गया और उसके साथ साथ CPU का भी. अगर आज के CPU की बात करे तो आज का CPU बहुत ही छोटा और चोकोर से डिब्बे जैसा हो गया है जिसमे बहुत सारे छोटे छोटे ओर भी पार्ट्स लगे होते है. हर पार्ट्स का अपना एक महत्वपूर्ण काम होता है और CPU के काम को दिखने में अपना अहम् हिस्सा दिखता है.
CPU के कुछ अहम् हिस्से :
एक CPU के बहुत सारे घटक होते है जिनमे से पहला है
ALU ( Arithmetic Logic Unit ) : इसका कम होता है के ये कंप्यूटर में दी जाने वाली हर अरिथ्मटिक को ऑपरेट करे.
CU ( Control Unit ) : ये कंप्यूटर के हर घटक को मैनेज करता है ये कंप्यूटर मेमोरी से जानकारी लेता है इन्हें पढता है फिर उन्हें एक सिग्नल्स की सीरीज में बदल देता है ताकि कंप्यूटर के बाकि के भी अपना काम शुरू कर सके.
SMPS : SMPS आपके कंप्यूटर को बिजली सप्लाई करता है. ये एक बॉक्स की तरह होता है और इसी के साथ कंप्यूटर CPU की सारी मुख्य तारे जुडी होती है.
Motherboard : मदरबोर्ड कंप्यूटर CPU का सबसे अहम हिस्सा होता है ये एक तरह से कंप्यूटर के मेनफ़्रेम का काम करता है. इसी के साथ जुड़ कर कंप्यूटर के सारे हिस्से अपना काम कर पाते है. मदरबोर्ड भी कुछ जरूरी हिस्सों से बन पता है जैसे इसमें काफी इलेक्ट्रिकल घटक कैपेसीटर, रेसिस्टर, ट्रांजिस्टर, कंडेंसर, डायोड, इंटीग्रेटेड सर्किट जुड़े होते है.
RAM ( Random access Memory ) : जो आपके कंप्यूटर को चलाने का और आपके कंप्यूटर को स्पीड देने में मदद करती है, RAM CPU से सीधे ही जुड़ जाती है इसके कई प्रकार होते है जैसे read only, static, dynamicइत्यादि.
कंप्यूटर Processor : आपके CPU के मदरबोर्ड के पंखे के निचे एक चोकोर आकर का प्रोसेसर लगा भी जुड़ा होता जो आपके कंप्यूटर में दिए गये हर इनपुट को प्रोसेस करता है, उसके ऊपर कम करता है और कंप्यूटर स्क्रीन पर आउटपुट देता है जिसको हम अपना रिजल्ट मानते है.
CPU में कुछ अंदरूनी स्टोरेज डिवाइस होते है जो आपके डाटा को स्टोर करती है जैसे
ROM ( Read Only Memory ) : आपके कंप्यूटर की एक आतंरिक स्टोरेज डिवाइस होती है, लेकिन इसमें स्टोर की हुई फाइल्स को आप ज्यादा बदल नही सकते क्योकि इसमें स्टोर की हुई फाइल आपके कंप्यूटर सॉफ्टवेर से जुडी होती है और उन्हें बदलने से आपके कंप्यूटर सॉफ्टवेर में प्रोब्लेम्स आप सकती है इनके आलावा इसमें एक पंखा (Fan) होता है जो आपकेCPU को गरम होने से बचाता है.
Hard disk : हम अपने कंप्यूटर में अनेक डाक्यूमेंट्स पर काम करते है, अपने मनोरंजन के लिए गाने, फिल्म, गेम्स डालते है तो आपकी इन्ही सब फाइल्स को हार्ड डिस्क में स्टोर किया जाता है ताकि आप जब चाहे अपनी इन् फाइल्स को दुबारा इस्तेमाल कर सके. हार्ड डिस्क एक तरह से आपके कंप्यूटर के मेमोरी कार्ड की तरह कम करता है और आप इसके साइज़ को अपने हिसाब से कम या ज्यादा करवा सकते है. अब बाज़ार में हमारे डाटा के स्टोरेज के लिए बहरी स्टोरेज हार्ड डिस्क भी उपलब्ध है .
CPU में इनके अलावा कुछ और पार्ट भी होते है जिन्हें बहरी हिस्से (external storage parts ) कहा जाता है जैसे
DVD Writer : कुछ मूवीज या डाक्यूमेंट्स को चलाने के लिए हमे सिर्फDVD ( digital versetile disk ) मिलती है. तो उन्ही DVD का प्रयोग करने के लिए हमारे CPU में DVD Writer दिया होता है.
Floppy Driver : पहले हमारी फाइल्स के स्टोरेज फ्लॉपी का इस्तेमाल किया जाता है ये भी एक DVD की ही तरह दिखती है लेकिन मैग्नेटिक फील्ड पर स्टोरेज करती है और आप इसमें ज्यादा डाटा स्टोर नही कर पते थे और आज इनकी जगह बाकि स्टोरेज डिवाइस ले चुके है. किन्तु आज भी बहुत से ऑफिस में जरूरी फाइल्स को स्टोर करने के लिए फ्लॉपी का इस्तेमाल किया जाता है.
USB Port : CPU में USB Port कनेक्टिविटी के आप्शन के लिए दिए जाते है, इनके साथ आप अपना पैनड्राइव, कार्ड रीडर, इन्टरनेट और अन्य किसी बहरी डिवाइस को जोड़ कर उसका इस्तेमाल कर सकते है. CPU में आपको आपके फ़ोन के हैडफ़ोन को कनेक्ट करने के लिए भी पिन दी होती है, और हर हिस्से का अपना एक कम होता है जिनके मिलने से हमारा कंप्यूटर पूरी तरह काम कर पता है.
यह कंप्यूटर का एक ऐसा हिस्सा है जो कंप्यूटर प्रोग्राम में दी गई हर जानकारी को जैसे की अरिथमेटिक ( arithmetic ), लॉजिक ( logic ) या और कोई अन्य जानकारी को ऑपरेट करता है. ज्यादातर CPU का अर्थ सिर्फ प्रोसेसिंग डिवाइस से किया जाता है और इसे एक प्रोसेसिंग यूनिट (processing unit ) बताया जाता है.
CPU कंप्यूटर सॉफ्टवेर और हार्डवेयर में की गई व्याख्या और उसके कार्यान्वन के लिए जिम्मेदार होता है. समय के साथ साथ कंप्यूटर का साइज़ भी छोटा होता गया और उसके साथ साथ CPU का भी. अगर आज के CPU की बात करे तो आज का CPU बहुत ही छोटा और चोकोर से डिब्बे जैसा हो गया है जिसमे बहुत सारे छोटे छोटे ओर भी पार्ट्स लगे होते है. हर पार्ट्स का अपना एक महत्वपूर्ण काम होता है और CPU के काम को दिखने में अपना अहम् हिस्सा दिखता है.
CPU के कुछ अहम् हिस्से :
एक CPU के बहुत सारे घटक होते है जिनमे से पहला है
ALU ( Arithmetic Logic Unit ) : इसका कम होता है के ये कंप्यूटर में दी जाने वाली हर अरिथ्मटिक को ऑपरेट करे.
CU ( Control Unit ) : ये कंप्यूटर के हर घटक को मैनेज करता है ये कंप्यूटर मेमोरी से जानकारी लेता है इन्हें पढता है फिर उन्हें एक सिग्नल्स की सीरीज में बदल देता है ताकि कंप्यूटर के बाकि के भी अपना काम शुरू कर सके.
SMPS : SMPS आपके कंप्यूटर को बिजली सप्लाई करता है. ये एक बॉक्स की तरह होता है और इसी के साथ कंप्यूटर CPU की सारी मुख्य तारे जुडी होती है.
Motherboard : मदरबोर्ड कंप्यूटर CPU का सबसे अहम हिस्सा होता है ये एक तरह से कंप्यूटर के मेनफ़्रेम का काम करता है. इसी के साथ जुड़ कर कंप्यूटर के सारे हिस्से अपना काम कर पाते है. मदरबोर्ड भी कुछ जरूरी हिस्सों से बन पता है जैसे इसमें काफी इलेक्ट्रिकल घटक कैपेसीटर, रेसिस्टर, ट्रांजिस्टर, कंडेंसर, डायोड, इंटीग्रेटेड सर्किट जुड़े होते है.
RAM ( Random access Memory ) : जो आपके कंप्यूटर को चलाने का और आपके कंप्यूटर को स्पीड देने में मदद करती है, RAM CPU से सीधे ही जुड़ जाती है इसके कई प्रकार होते है जैसे read only, static, dynamicइत्यादि.
कंप्यूटर Processor : आपके CPU के मदरबोर्ड के पंखे के निचे एक चोकोर आकर का प्रोसेसर लगा भी जुड़ा होता जो आपके कंप्यूटर में दिए गये हर इनपुट को प्रोसेस करता है, उसके ऊपर कम करता है और कंप्यूटर स्क्रीन पर आउटपुट देता है जिसको हम अपना रिजल्ट मानते है.
CPU में कुछ अंदरूनी स्टोरेज डिवाइस होते है जो आपके डाटा को स्टोर करती है जैसे
ROM ( Read Only Memory ) : आपके कंप्यूटर की एक आतंरिक स्टोरेज डिवाइस होती है, लेकिन इसमें स्टोर की हुई फाइल्स को आप ज्यादा बदल नही सकते क्योकि इसमें स्टोर की हुई फाइल आपके कंप्यूटर सॉफ्टवेर से जुडी होती है और उन्हें बदलने से आपके कंप्यूटर सॉफ्टवेर में प्रोब्लेम्स आप सकती है इनके आलावा इसमें एक पंखा (Fan) होता है जो आपकेCPU को गरम होने से बचाता है.
Hard disk : हम अपने कंप्यूटर में अनेक डाक्यूमेंट्स पर काम करते है, अपने मनोरंजन के लिए गाने, फिल्म, गेम्स डालते है तो आपकी इन्ही सब फाइल्स को हार्ड डिस्क में स्टोर किया जाता है ताकि आप जब चाहे अपनी इन् फाइल्स को दुबारा इस्तेमाल कर सके. हार्ड डिस्क एक तरह से आपके कंप्यूटर के मेमोरी कार्ड की तरह कम करता है और आप इसके साइज़ को अपने हिसाब से कम या ज्यादा करवा सकते है. अब बाज़ार में हमारे डाटा के स्टोरेज के लिए बहरी स्टोरेज हार्ड डिस्क भी उपलब्ध है .
CPU में इनके अलावा कुछ और पार्ट भी होते है जिन्हें बहरी हिस्से (external storage parts ) कहा जाता है जैसे
DVD Writer : कुछ मूवीज या डाक्यूमेंट्स को चलाने के लिए हमे सिर्फDVD ( digital versetile disk ) मिलती है. तो उन्ही DVD का प्रयोग करने के लिए हमारे CPU में DVD Writer दिया होता है.
Floppy Driver : पहले हमारी फाइल्स के स्टोरेज फ्लॉपी का इस्तेमाल किया जाता है ये भी एक DVD की ही तरह दिखती है लेकिन मैग्नेटिक फील्ड पर स्टोरेज करती है और आप इसमें ज्यादा डाटा स्टोर नही कर पते थे और आज इनकी जगह बाकि स्टोरेज डिवाइस ले चुके है. किन्तु आज भी बहुत से ऑफिस में जरूरी फाइल्स को स्टोर करने के लिए फ्लॉपी का इस्तेमाल किया जाता है.
USB Port : CPU में USB Port कनेक्टिविटी के आप्शन के लिए दिए जाते है, इनके साथ आप अपना पैनड्राइव, कार्ड रीडर, इन्टरनेट और अन्य किसी बहरी डिवाइस को जोड़ कर उसका इस्तेमाल कर सकते है. CPU में आपको आपके फ़ोन के हैडफ़ोन को कनेक्ट करने के लिए भी पिन दी होती है, और हर हिस्से का अपना एक कम होता है जिनके मिलने से हमारा कंप्यूटर पूरी तरह काम कर पता है.
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